પાલખી ઉઠાવી
પ્રિયા ની
એક ' દિ ચાલ્યો ;
કહ્યું નાં કોઈને
પ્રિયતમ ,
મન તણી મૈયત ઉઠાવી .
---------------------------------------------
Original Gujarati / 20 Feb 1978
________________________________________________________________
Hindi Translation / 04 August 2015
---------------------------------------------
कहे भी तो किसको ?
--------------------------
ज़माना क्या जाने ?
ज़माना तो ये माने
पालखी उठा के चला प्रीतम ,
प्रिया जाने ,
प्रीतम के पैर क्यों लड़खड़ाये !
पालखी ना ,
चला इश्क आज
मन की मैयत उठाये !
कहे भी तो किसको ?
बैठी जो पालखी में प्रिया
न देख पाये
न आंसू रोक पाये ,
कहे भी तो किसको ?
ज़माना क्या समजे
मधु - रजनी नहीं ,
बिरह की
कभी ना ख़त्म होने वाली
रात को !
------------------------------------------------------------------------------------------------------
પ્રિયા ની
એક ' દિ ચાલ્યો ;
કહ્યું નાં કોઈને
પ્રિયતમ ,
મન તણી મૈયત ઉઠાવી .
---------------------------------------------
Original Gujarati / 20 Feb 1978
________________________________________________________________
Hindi Translation / 04 August 2015
---------------------------------------------
कहे भी तो किसको ?
--------------------------
ज़माना क्या जाने ?
ज़माना तो ये माने
पालखी उठा के चला प्रीतम ,
प्रिया जाने ,
प्रीतम के पैर क्यों लड़खड़ाये !
पालखी ना ,
चला इश्क आज
मन की मैयत उठाये !
कहे भी तो किसको ?
बैठी जो पालखी में प्रिया
न देख पाये
न आंसू रोक पाये ,
कहे भी तो किसको ?
ज़माना क्या समजे
मधु - रजनी नहीं ,
बिरह की
कभी ना ख़त्म होने वाली
रात को !
------------------------------------------------------------------------------------------------------
Don ' t tell anyone .
Picking up the palanquin ,
one of the Priya ' s walked ;
Don ' t tell anyone ,
my dear .
==================================================================
Translated in Bhashini - 14/02/2023
===================================================================
No comments:
Post a Comment